हमेशा भजा करो तू हरी-हरी बिन कोई न जल्दी तरी-तरी जब भजो हरी हर घड़ी हमरे प्यारे बलमु ||टेक||
हर घड़ी लिया करो नाम-नाम से तेरा बनी सब काम -काम न गलत एकहू घड़ी हमरे प्यारे बलमु ||1||
पड़ी जब तुम्हारे ऊपर भीर-भीर को काटेंगे रघुवीर वीर को मार -मार के छड़ी हमारे प्यारे बलमु ||2||
छड़ी है उनकी जालिम जोर-जोर देते सबही का तोर-तोर दे छोट चीज क्या बड़ी हमारे प्यारे बलमु ||3||
बड़ी है उनकी जग में उनकी शान-शान पर हो जा तू कुरबान-बान नहीं जादू तुमसे बड़ी हमारे प्यारे बलमु ||4||
लड़ी हर जगह तेरा उमाल-माल पर रख तू अपना ख्याल-ख्याल से नाच चली न अड़ी हमारे प्यारे बलमु ||5||
अड़ी न नाव होई जब ज्ञान-ज्ञान से चाहे समुन्दर छान-छान क बफ्फत कहते कड़ी हमरे प्यारे बलमु ||6||
